
छत्तीसगढ़ की सत्ता का संग्राम अब दिल्ली दरबार तक पहुंच गया है। इस खींचतान के बीच प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि छत्तीसगढ़ जैसा है, वैसा ही है। यह न डोलेगा, न अड़ेगा। उन्होंने कहा कि हर समर्थक चाहता है कि उसके नेता का सम्मान हो। उसे पुष्प-हार मिले। कार्यकर्ताओं में उत्साह है। उन्होंने नई ऊर्जा के साथ अपने नेता का स्वागत किया, तो इसमें बुरा क्या है। PCC चीफ मरकाम गुरुवार को गौरेला-पेंड्रा-मरवाही (GPM) पहुंचे थे।
प्रदेश अध्यक्ष मरकाम ने कहा कि PCC हमेशा पालक की भूमिका में होता है। सबको समान दृष्टि से देखता है। हम भी पालक की भूमिका निभा रहे हैं। हमारी नजर में हर नेता बराबर है। कोई छोटा या बड़ा नहीं है। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के बयान को लेकर भी प्रदेश अध्यक्ष ने कटाक्ष किया। कहा कि रमन सिंह दर्शक दीर्घा में ही खड़े रहेंगे। दो दिन पहले रमन सिंह ने कहा था कि दिल्ली से जिसको उम्मीद है, वो लोग टिकें। हम तो दर्शक दीर्घा में बैठे हुए लोग हैं।
दरअसल, दिल्ली दौरे से लौटने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का बुधवार को कार्यकर्ताओं ने जोश के साथ एयरपोर्ट पर स्वागत किया था। उनकी अगवानी के बहाने समर्थकों ने शक्ति प्रदर्शन किया। इस दौरान समर्थकों ने ‘छत्तीसगढ़ अड़ा हुआ है, भूपेश बघेल संग खड़ा हुआ है’ जैसे नारे लगाए। वहीं CM बघेल ने ढाई-ढाई साल के मुख्यमंत्री की बात को सरकार के खिलाफ साजिश बताया था। प्रदेश अध्यक्ष ने भी शक्ति प्रदर्शन की बात से इनकार किया।
PCC चीफ मोहन मरकाम ने मरवाही पहुंचकर विधायक डॉ. केके ध्रुव के बड़े बेटे इंजीनियर प्रवीण ध्रुव के निधन पर शोक जताया। उन्होंने परिवार से मिलकर ईश्वर से मृत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। इस दौरान बिलासपुर सांसद अरुण साव, बिलासपुर जिला कांग्रेस अध्यक्ष विजय केसरवानी सहित अन्य नेता भी पहुंचे। PCC चीफ मोहन मरकाम शोकाकुल परिवार के तिजवा कार्यक्रम में भी शामिल हुए।
