knn24.com/ कुसमुण्डा खदान में नारायणी कम्पनी मिट्टी कटिंग का कार्य कर रही है, कल सुबह इसी कार्य के दौरान कम्पनी के पिसी ऑपरेटर जब मिट्टी खोदाई कर रहे थे तभी उन्हें वँहा एक शिवलिंग नजर आया, यह शिवलिंग वँहा की पूरी मिट्टी के रंग से अलग रंग में दिख रहा था, साथ ही इसका ऊंचाई करीब 2 फीट थी, कर्मचारी ने अपने साथी कर्मचारियों को इसकी सूचना दी जिसके बाद सभी ने शिवलिंग को उठा कर केम्प ले आये, जंहा भगवान शिव के जयकारे लगाते हुए शिवलिंग की पूजा की गई।

कर्मचारियों के मुताबिक उन्हें यह शिवलिंग खदान की सतह से करीब 80 फिट निचे मिली है, वही खदान भी जमीनी सतह से और कई फिट नीचे है। इतनी गहराई में शिवलिंग मिलने से यह अंदाजा लगाना गलत साबित होगा कि अधिग्रहित ग्राम के किसी मंदिर की यह शिवलिंग रही होगी।

फिलहाल कंपनी के अधिकारियों ने शिवलिंग को अस्थायी केम्प से स्थायी मंदिर में रखने की बात कही जिस पर कर्मचारी शिवलिंग को लेकर कुसमुण्डा खदान के सीआईएसएफ बेरियर के पास हनुमान मंदिर आ गए, हनुमान मंदिर के संचालनकर्ताओं ने बताया कि वे कुछ दिन से भगवान शिव को यँहा बिठाने का विचार कर ही रहे थे कि वे स्वयं खदान में प्रगट हो गए, निश्चित ही यह किसी बड़े चमत्कार से कम नही।