रायपुर. लगातार बढ़ते आंकड़ों के साथ प्रदेश में कोरोना वायरस की डरावनी तस्वीर सामने आई है। कुल 1273 मामलों और दस मौतों के साथ यह महामारी दिसंबर वाली स्थिति तक पहुंच गई है। रायपुर में शनिवार को 426 का विस्फोट हुआ है, वहीं दुर्ग में 391 लोगों को कोरोना ने अपना शिकार बनाया है। को-मार्बिडिटी के मरीजों के लिए तो कोरोना यमदूत बन चुका और इसकी चपेट में आने वालों की बड़ी संख्या में मौत हो रही है, जिसे रोकने स्वास्थ विभाग का अमला पूरी तरह नाकाम साबित हो रहा है। कोरोना के मामले कम होने के बाद बरती जाने वाली ढिलाई ही इस खतरनाक वायरस की वापसी का मुख्य कारण बनी है। लापरवाह लोग अभी भी लापरवाही बरतकर इसे खुला न्योता दे रहे हैं। वर्तमान में शहर में खुले में बिना किसी सुरक्षा के घूम रहे लोग और ठेले-खोमचे में लगी भीड़ इस वायरस को खुला न्योता दे रही है। प्रदेश में कोरोना का ग्राफ 8 फरवरी को 320 संक्रमितों के साथ बढ़ना चालू हुआ और अभी 1273 की संख्या को पार कर चुका है। बढ़ते मामले प्रशासन को सख्ती बरतने पर मजबूर कर सकते हैं।