किसानों द्वारा केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों का विरोध अब भारत बंद की ओर बढ़ चला है। शुक्रवार को किसान महापंचायत ने निर्णय लिया है कि 8 दिसंबर को भारत बंद किया जाएगा। सरकार जहां अभी भी इन कृषि कानूनों को किसान हितैषी बता रही है वहीं किसान तीनों कानूनाें को रद्द करने पर अड़े हुए हैं।
बता दें केंद्र सरकार ने सितंबर माह में लोकसभा में तीन कृषि विधेयक अध्यादेश ‘कृषक उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सरलीकरण) विधेयक, 2020’ व ‘कृषक (सशक्तीकरण व संरक्षण) कीमत आश्वासन और कृषि सेवा पर करार विधेयक 2020’ व आवश्यक वस्तु अधिनियम (संशोधन) बिल-2020, पारित किया था। केंद्र द्वारा इन विधेयकों को पारित किए जाने के बाद से ही देश भर में किसानों के विरोध प्रदर्शन जारी हैं, जो लगातार बड़ा रूप लेते जा रहे हैं।
आज इस विशेष रिपोर्ट में जानिए, आखिर देश के किसान किस स्थिति में हैं। नाबार्ड की साल 2019 में आई एक रिपोर्ट के अनुसार देश में प्रत्येक किसान पर 1 लाख रुपए से अधिक का कर्ज है, यह तब है जब देश में केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा लगभग 3.36 लाख करोड़ रुपए की सब्सिडी किसानों को दी जाती है।
वहीं किसानों का आरोप है कि उनकी फसलों का उचित मूल्य नहीं मिलने के कारण ही वे कर्ज के बोझ तले दबते जा रहे हैं। इसीलिए किसान एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) की गारंटी की मांग कर रहे हैं। एक आंकड़े के अनुसार देश में केवल 6% किसानों को ही एमएसपी मिल पाती है। पढ़िए विशेष रिपोर्ट…
1. देश में कुल किसान ?
कम से कम 14.5 करोड़ किसान परिवार हैं
देश में सरकार के पास किसानों की संख्या का कोई पुख्ता आंकड़ा नहीं है। केंद्र सरकार ने पीएम किसान निधि के लिए 14.5 करोड़ किसान परिवारों की संख्या मानी है। ऐसे में माना जा सकता है कि देश में कम से कम 14.5 करोड़ किसान हैं।
2. किसानों के पास जमीन?
68% किसानों के पास एक हेक्टेयर से कम जमीन है
2018 में जारी कृषि जनगणना 2015-16 के अनुसार 68% किसान ऐसे हैं जिनके पास एक हेक्टेयर से कम जमीन है। देश में 86% कृषि भूमि सीमांत और छोटे किसानों के पास है। दो हेक्टेयर तक के भूमि मालिक को छोटा किसान माना जाता है।
3. सब्सिडी का फायदा
3.36 लाख करोड़ रुपए की सालाना सब्सिडी
मार्च 2019 में इंडियन स्टैटिस्टिकल इंस्टीट्यूट की रिपोर्ट के अनुसार केंद्र और राज्य मिलकर लगभग 3,36,000 करोड़ रुपए की सब्सिडी किसानों को देते हैं। केंद्र 1,20,500 करोड़ और राज्य 1,15,500 करोड़ रुपए की सब्सिडी देते हैं।
4. सर्वाधिक किसान कहां?
यूपी में 2.38 करोड़ किसान
कृषि सेंसस 2015-16 के अनुसार उत्तर प्रदेश में 2.38 करोड़ लोगों के पास खेती की जमीन है जो देश में सर्वाधिक है। इसके बाद बिहार में 1.64 करोड़, महाराष्ट्र में 1.52 करोड़, मध्य प्रदेश में 1 करोड़, कर्नाटक 0.8 करोड़, आंध्रप्रदेश में 0.852 करोड़ लोगों के पास कृषि योग्य जमीन है।
5. किसानों पर कितना कर्ज?
52.5% किसान परिवारों के ऊपर कर्ज का बोझ
अब किसानों पर कर्ज की स्थिति को समझते हैं। 16 अगस्त 2019 को नाबार्ड द्वारा जारी अखिल भारतीय ग्रामीण वित्तीय समावेश सर्वेक्षण की रिपोर्ट के अनुसार देश में 52.5 प्रतिशत किसान परिवार कर्ज के दायरे में हैं। हर एक व्यक्ति पर औसतन एक लाख से ज्यादा का कर्ज है। नाबार्ड द्वारा यह रिपोर्ट 2015-16 में तैयार की गई है।
6. किसानों की आर्थिक स्थिति?
सरकारी दावों में आय 6000 से 9000 रुपए महीना
सरकार के पास किसानों की कुल संख्या की तरह ही उनकी आय का भी कोई पुख्ता आंकड़ा नहीं है। हालांकि, एनएसएसओ के आंकड़ों के अनुसार 2016 से पहले साल 2012-13 में हर कृषक परिवार की औसत मासिक आय 6426 रुपए थी। वहीं साल 2016 में प्रकाशित नाबार्ड की एक रिपोर्ट में कहा गया कि किसानों की मासिक आय औसतन 8931 रुपए है।
7. देश में किसानों को सब्सिडी की क्या स्थिति है?
प्रति किसान औसतन 20 हजार रुपए सालाना की सब्सिडी मिल पा रही है।
सेंटर फॉर डब्ल्यूटीओ स्टडीज की वर्ष 2018-19 की रिपोर्ट के अनुसार भारत में प्रति किसान लगभग 20 हजार रुपए की सब्सिडी (सभी स्रोतों से मिलाकर) मिलती है जबकि अमेरिका में 45.22 लाख (2016 की रिपोर्ट के अनुसार) की सब्सिडी सरकार द्वारा प्रदान की जाती है।
खेती पर निर्भर 28 लोग हर दिन आत्महत्या कर रहे हैं
- एनसीआरबी की 2019 में एक्सीडेंटल डेथ एंड सुसाइड के नाम से आई रिपोर्ट के अनुसार 2019 में कृषि पर निर्भर 10,281 लोगों ने आत्महत्या की। सर्वाधिक 3927 संख्या महाराष्ट्र में रही।