रायपुर: छत्तीसगढ़ सरकार लोक शिक्षण संचानालय के संचालक जितेंद्र शुक्ला के द्वारा आदेश जारी किया गया है की लॉकडाउन में निजी स्कूलों द्वारा वसूली गई फीस की पूरी जानकारी देने के लिए सभी जिलों के जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिया गया है।
आदेश में कहा गया है कि 31 जुलाई 2020 को कोर्ट द्वारा दिए गये निर्णय का पालन करने के लिए कहा गया था तो जिला अधिकारियों से इन बिन्दुओं के आधार पर जानकारी मांगी गई है :-
1. साल 2019-20 में किन-किन विद्यार्थियों से फीस ली गई है।
2. विद्यार्थियों से किन-किन मदों में फीस की वसूली की गई है।
3. फीस जमा नहीं होने पर किन-किन विद्यार्थियों को पढ़ाई से वंचित किया गया या टी.सी. दी गई है।
रिपोर्ट के मुताबिक लॉकडाउन के बाद अब स्कूल खोलने की प्रक्रिया को लेकर भी सरकार द्वारा निर्देश जारी किए गए हैं। इसमें प्राइवेट स्कूलों के लिए बुरी खबर यह है कि लॉकडाउन के चलते प्राइवेट स्कूलों पर बुरा असर तो पड़ा ही है लेकिन इससे भी बड़ी बात यह है कि प्राइवेट स्कूलों के कई बच्चों ने क्षेत्र के सरकारी स्कूलों में दाखिला ले लिया है। ऐसे में सरकारी स्कूलों की तरफ बढ़ते रुझान को देखकर पता चलता है कि लॉकडाउन के चलते प्राइवेट स्कूलों की ऑनलाइन कक्षाओं को भी कोई असर नहीं पड़ा है। अब तक प्राइवेट स्कूलों के लगभग 1090 विद्यार्थी सरकारी स्कूलों में दाखिला ले चुके हैं।
अब यह भी बोलना उचित होगा की सरकार को सरकारी स्कूलों को प्राइवेट स्कूलों जैसा सुविधाएं एवं शिक्षा मैं ध्यान देना होगा।